बेरोजगारी की समस्या का समाधान पर निबंध | Unemployment Essay In Hindi

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बेरोजगारी की समस्या का समाधान पर निबंध | Unemployment Essay In Hindi
बेरोजगारी की समस्या का समाधान पर निबंध | Unemployment Essay In Hindi

बेरोजगारी पर निबंध

बेरोजगारी

भूमिका बेरोजगारी का अर्थ है कार्य में सक्षम होने के बावजूद एक व्यक्ति को उसकी आजीविका के लिए किसी रोजगार का ना मिलना रोजगार के अभाव में व्यक्ति मारा मारा फिरता है ऐसे में तमाम तरह के अवसाद उसे घेर लेते हैं फिर तो ना चाहते हुए भी कई बार ऐसे कदम उठा लेता है जिसकी कानून इजाजत नहीं देता बेरोजगारी अथवा बेकारी हमारे देश की ही, नहीं बल्कि पूरे विश्व की एक बड़ी समस्या है

बेरोजगारी के प्रकार

इस समस्या के कारणों को जानने से पहले इसके स्थितियों को जान लेते हैं दरअसल बेरोजगारी की कई स्थिति होती हैं इस दृष्टिकोण से भारत में प्रिय: निम्नलिखित प्रकार की प्व्यापारी देखी जाती है
खुली बेरोजगारी

इससे तात्पर्य उस बेरोजगारी से है जिसमें व्यक्ति को कोई काम नहीं मिलता गांव से शहरों की ओर लोगों पलायन इसकी मुख्य वजह होती है

शिक्षित बेरोजगारी

शिक्षित बेरोजगारी भी खुली बेरोजगारी जैसी ही है , किंतु इसमें थोड़ा सा अंतर यह है कि व्यक्ति उसकी शोषण योग्यता के अनुसार काम नहीं मिलता

घर्षण आत्मक बेरोजगारी

बाजार मे आए उतार-चढ़ाव या मांग में परिवर्तन जैसी स्थितियों के कारण उत्पन्न बेरोजगारी की अवस्था घर्षण आत्मक बेरोजगारी कहलाते हैं

मौसमी बेरोजगारी

भारत में कृषि क्षेत्र में सामान्य: 7-8 महीने ही काम चलता है, शेष महीनों में कृषि में लोगों को बेरोजगार रहना पड़ता है ऐसी बेरोजगारी ही मौसमी बेरोजगारी कहलाती है

शहरी बेरोजगारी

गांव में रोजगार नहीं मिलने के कारण लोग शहर की और पलायन करते हैं ,परंतु शहरों में सभी को काम नहीं मिल पाता ऐसी बेरोजगारी शहरी बेरोजगारी कहलाती है

ग्रामीण बेरोजगारी

गांव के लोग पहले आपस में ही काम का बंटवारा कर लेते थे,कोई कृषि कार्य सलगन रहता था ,तो कोई गांव के अन्य कार्य को संपन्न करता था/ गांव से शहर की और पलायन के कारण गांव की यह व्यवस्था समाप्त हो गई
जिससे गांव के अधिकतर लोग बेरोजगार हो गए

संरचनात्मक बेरोजगारी

औद्योगिक क्षेत्र में जब संरचनात्मक परिवर्तन होते हैं , तो इससे कुछ अल्प दक्ष् अनावश्यक कर्मचारियों छटनी के कारण उत्पन्न बेरोजगारी रचनात्मक बेरोजगारी कहलाती है /

अल्परोजगार

ऐसे श्रमिक, जिनको कभी-कभी ही काम मिलता है हमेशा नहीं इस, बेरोजगारी के अंतर्गत आते हैं

छुपी हुई अथवा अदृश्य बेरोजगारी

ऐसी बेरोजगारी प्रिय:कृषि क्षेत्र में दिखाई पढ़ती है खेतों में कुछ ऐसे शुरू भी कार्य करते हैं खेतों में कुछ ऐसे श्रमिक भी कार्य करते हैं ,जिनमें यदि काम से हटा दिया जाए तो उत्पादन पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता इस स्थिति मेंलोग कार्य करते दिखाई पड़ते हैं ,पर वास्तव में देखा जाए तो बेरोजगारी होते हैं, क्योंकि उत्पादन में उनकी कोई भागीदारी नहीं होती

बेरोजगारी के कारण

हमारे देश में बेरोजगारी के कई कारण हैं जनसंख्या में तेजी से हो रही वृद्धि इसका सबसे बड़ा कारण है बढ़ती जनसंख्या के जीवन -निर्वाहन हेतुअधिक रोजगार सृजन की आवश्यकता होती है ,ऐसा ना होने परबेरोजगारी में वृद्धि होना स्वाभाविक है,

भारत में व्यवहारिक के सैद्धांतिक शिक्षा पर जोर दिया जाता है ऐसे व्यक्ति के पास उच्च शिक्षा की उपाधि होती है , परंतु ना तो वह किसी कार्य में दक्ष हो पाता है और ना ही अपना कोई निजी व्यवसाय शुरू कर पाती है इस तरह दोषपूर्ण शिक्षा प्रणाली की व्यवस्था को बढ़ाने में काफी हद तक जिम्मेदार है

पहले अधिकतर ग्रामीण कुटीर उद्योगों से अपनी आजीविका चलाते थे ब्रिटिश सरकार की कुटीर उद्योग -विरोधी नीतियों के कारण देश में इनका पतन होता चला गया स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भी इसके उत्थान के लिए कुछ विशेष प्रयास नहीं किए गए , जिसके परिणाम स्वरूप गांव की अर्थव्यवस्था छिन्न-भिन्न हो गई और ग्रामीण बेरोजगारी में वृद्धि हुई उद्योगी कारण की मंद प्रक्रिया के कारण भी तेजी से बढ़ती जनसंख्या के लिए रोजगार उपलब्ध करवाना संभव नहीं हो सका हमारा देश प्रकृतिक संसाधनों से संपन्न हां, किंतु तकनीक के अभाव में हम उनका समुचित उपयोग नहीं कर पाते भारत की अधिकतर आबादी कृषि पर निर्भर है, किंतु कृषि के पिछड़ेपन के कारण इस क्षेत्र के लोगों को सालों भर रोजगार नहीं मिल पाता

बेरोजगारी के दुष्परिणाम

बेरोजगारी के कई दुष्परिणाम होते हैं बेरोजगारी के कारण निर्धनता में वृद्धि में होती है तथा भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो जाती है मानसिक अशांति की स्थिति में लोगों की चोरी, डकैती, हिंसा ,अपराध की ओर होने की पूरी संभावना होती है अपराध एवं हिंसा में हो रही वृद्धि का सबसे बड़ा कारण बेरोजगारी है कई बार तो बेरोजगारी की भयावह से तंग आकर लोग आत्महत्या भी कर बैठते हैं

युवा वर्ग की बेरोजगारी का लाभ उठाकर एक और जहां स्वार्थी राजनेता इनका दुरुपयोग करता है ,वहीं दूसरी और धनिक वर्ग भी इनका शोषण करने से नहीं चूकते / ऐसी स्थिति में देश का राजनीतिक एवं सामाजिक वातावरण अत्यंत दूषित हो जाता है

उप संहार

बेरोजगारी एक अभिशाप है ,इसके कारण देश की आर्थिक वृद्धि बाधित होती है समाज में अपराध हिंसा में वृद्धि होती है और सबसे बुरी बात तो यह है कि कार व्यक्ति को अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष करते हुए अपने घर ही नहीं बाहर के लोगों द्वारा भी मानसिक रूप से प्रताड़ित होना पड़ता है

बेरोजगारी की समस्या का समाधान केवल सरकारी योजनाओं का नहीं हो सकता , क्योंकि सच्चाई यही है कि सार्वजनिक नहीं निजी क्षेत्र के उधमैं की सहायता से यह व्यक्ति को रोजगार देना किसी भी देश की सरकार के लिए संभव नहीं / बेरोजगार की समस्या का समाधान तभी संभव है , जब व्यवहारिक एवं व्यावसायिक रोजगार रोनमुखी शिक्षा पर ध्यान केंद्रित कर लोगों को रोजगार अर्थात निजी उद्योग एवं व्यवसाय प्रारंभ करने के लिए प्रेरित किया जाए

बेरोजगारी की समस्या का समाधान पर निबंध | Unemployment Essay In Hindi

Essay writing on unemployment 10 lines ||

  1. Unemployment is becoming a big problem due to the increasing population of our country .
  2. Unemployed are those people who are able to do any work but they do not have any work to do
  3. Which is becoming a big obstacle in the economic development of our country today
  4. At . the same time some people are unemployed due to lack of education while some people are unemployed even after getting degrees .
  5. It is not that there is no more employment for the people in our country , but the government on our country probably does not want to pay attention to this issue .
  6. For the economic development of any country , it is very important for people to have employment .
  7. Just as elections are held after every 5 years in a fixed limit , in the same way government recruitment should also come out in a fixed limit and its result should also be released within a fixed limit .
  8. Because in our country the result of many such government Indians is not coming at the proper time , due to the resentment among the people to wards the government and some students even commit suicide
  9. To eliminate unemployment , the government needs to increase industrial sectors .
  10. To improve the economic condition of our country by removing the problem of unemployment , we all also have an obligation towards our country that we should control the increasing population and we generate employment ourselves like opening a shop , writing books etc .

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